
Causes of Foamy urine अक्सर जब हमारा ब्लैडर भरा हुआ हो और यूरिन एक तेज धार से निकलता है तो उसमें से झाग बनती है, परन्तु यूरिन में झाग बनना Kidney disease और डायबिटीज के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं ।आइये जानते हैं कौन से ऐसे कारक हैं जिनसे यूरिन में फोम या झाग बनता है।
इस लेख में, हम (Foamy Urine) झागदार मूत्र के कारणों और उनके बेहतर उपचारों के ऊपर चर्चा करेंगे।
सामान्यत जब कोई बहुत देर बाद और बहुत अधिक मूत्र में एक साथ यूरिन करता है तो अक्सर यूरिन में झाग पैदा होती है, इसके साथ यदि कोई व्यक्ति बहुत जल्दी में या जोर लगा कर (forcefully) पेशाब करता है तो भी यूरिन झागदार दिखाई दे सकता है। लेकिन अगर किसी को नॉर्मली ही यूरिन में झाग आये तो ये किसी बीमारी के संकेत हो सकते हैं जैसे :-
यदि पेशाब अत्यधिक गाढ़ा है गाढ़ा / संघटित (concentrated) तो इसमें झाग दिखाई दे सकता है। इसका कारण यह है कि यूरिन में waste के साथ अन्य मिनरल की मात्रा ज्यादा बाहर निकल रही है क्योंकि व्यक्ति के शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा नहीं है, जिस वजह से यूरिन में झाग बनती है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि kidney को शरीर से गंदगी निकालने में आसानी रहे और शरीर से अन्य मिनरल बाहर न जाएँ।
कई बार हम किसी अन्य बीमारी के लिए दवाइयाँ ले रहे हों तो भी हमारे यूरिन से झाग बन सकती है और यूरिन का रंग भी हल्का पीले रंग का हो सकता है। कुछ दवाइयाँ जैसे phenazopyridine (Pyridium, AZO Standard, Uristat, AZO) यूरिन में झाग का कारण हो सकती हैं ।
आपकी kidneys आपके खून से अतिरिक्त पानी और Waste materials को आपके यूरिन में से फ़िल्टर करती हैं। गुर्दे/Kidneys का एक महत्वपूर्ण कार्य खून से प्रोटीन को फ़िल्टर करना है। ये प्रोटीन शरीर में जरूरी कार्य करते हैं, जैसे शरीर में जरूरी fluid का नियंत्रण और बैलेंस बनाये रखना। अगर किसी वजह से kidneys उनको रोकने में नाकाम हो जाये और वो भी यूरिन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं इस वजह के कारण पेशाब झागदार हो सकता है।
इस बीमारी को प्रोटीनुरिया proteinuria के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है "मूत्र में प्रोटीन" protein in the urine।
प्रोटीनुरिया / proteinuria - Kidney problems गुर्दे की बीमारी का एक प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। Kidney problems के अन्य लक्षणों में ये लक्षण भी शामिल हो सकते हैं, जैसे
अगर शरीरी से प्रोटीन यूरिन में बाहर जा रहा है तो इसके लिए आप यूरिन टेस्ट (albumin test) से पता कर सकते हैं की आपके यूरिन में प्रोटीन की कितनी मात्रा बाहर जा रही है। यदि यूरिन में प्रोटीन का उच्च स्तर है और ये लगातार बना हुआ है तो आगे इस बात की पुष्टि करने के लिए 24 घंटे में आपके द्वारा किए गए यूरिन को इकठ्ठा करवा कर लैब में टेस्ट करवायेगा।
अगर लैब टेस्ट में यूरिन से एल्बुमिन (albumin) की मात्रा अधिक पायी जाती है तो ये kidney problem की तरफ इशारा करती है। एल्ब्यूमिन Liver द्वारा बनाया गया एक प्रमुख प्रोटीन है। यह खून में कुल प्रोटीन का लगभग 60% बनाता है और शरीर में अहम् भूमिका निभाता है।
इसके इलावा ब्लड टेस्ट करवा कर भी kidneys की समस्या का पता किया जा सकता है, जिसके लिए आपके ब्लड का सैंपल लिया जायेगा और उसमें BUN (Blood Urea Nitrogen) और क्रिएटिनिन Creatinine का लेवल पता किया जायेगा। इसके साथ Glomerular Filtration Rate (GFR) Test से पता किया जा सकता है kidneys Filteration कितना है।
यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण हैं और Kidney problems गुर्दे की बीमारी, High Blood Pressure उच्च रक्तचाप या Diabetes/ मधुमेह का पारिवारिक इतिहास (अनुवांशिक) है, तो उन्हें स्पेशलिस्ट डॉक्टर से राय करनी चाहिए।
अगर समस्या ज्यादा गंभीर हो तो रोगी को अन्य परीक्षणों जैसे, इमेजिंग / Imaging, MRI / एमआरआई स्कैन का भी सहारा लेना पड़ सकता है।
डायबिटीज़ या उच्च रक्त शर्करा (High Blood Sugar) वजह से भी आमतौर पर Foamy Urine होता है। High Blood Sugar वाले व्यक्ति के शरीर में रक्त ग्लूकोज Blood Glucose के अणु (molecules) अधिक होंगे। ग्लूकोज भी प्रोटीन की तरह एक बड़ा molecule है। इस वजह से Kidneys को इन molecules को सही ढंग से फ़िल्टर करने में परेशानी हो सकती है। नतीजतन, Kidneys अतिरिक्त ग्लूकोज और प्रोटीन को रोकने के बजाय सीधा यूरिन से बाहर कर देती है। इसी वजह से यूरिन में झाग बनती है।
अगर किसी को डायबिटीज की शुरुआत हो रही है तो Foamy Urine के अलावा, उन लोगों में ये लक्षण भी हो सकते हैं जैसे:
डायबिटीज दो तरह की होती है टाइप 1 और टाइप 2, डॉक्टर आपको इसके लिए दवा बता सकता है और अगर ये फिर भी कण्ट्रोल न हो तो रोगी को इन्सुलिन भी लगानी पड़ सकती है।
Outlook
Foamy Urine की समस्या अगर महीने में एक आध बार आती है इसमें घबराने की जरूरत नहीं है, बहुत बार foamy urine की समस्या ज्यादा पानी पीने से अपने आप चली जाती है। लेकिन अगर ये लगतार है तो आपको kidney की समस्या हो सकती है, इसलिए तुरंत उपचार जरूरी है।
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