
Magnesium as Migraine Cure:- मैग्नीशियम मुख्य रूप से कोशिकाओं के अंदर पाया (intracellular) जाता है। शरीर के टोटल Magnesium का लगभग 1% भाग ही कोशिकाओं के बाहर (extracellular fluid) पाया जाता है। शरीर में मैग्नीशियम लगभग 300 प्रकार की एंजाइम की अभिक्रियाओं में शामिल होता है। इससे हम अंदाजा लगा सकते है की Magnesium हमारे शरीर के लिए कितना उपयोगी है।
आज हम चर्चा करेंगे की Magnesium किस प्रकार Migraine headache से बचने में उपयोगी है।
जिन लोगों में माइग्रेन की समस्या बार बार होती है उनके शरीर की कोशिकाओं (RBC और WBC) में सामान्य लोगो की तुलना में Magnesium- Mg की कमी पाई जाती है । ऐसा माना जाता है कि Mg की कमी के कारण:-
सेरिब्रल आर्टरी में रुकावट की वजह से मस्तिष्क में रक्त का संचार प्रभावित होता है और substance P दर्द का कारण बनता है इन दोनों कारणों से माइग्रेन का की समस्या बढ़ जाती है।
प्रथम शोध (Research) के अनुसार 600 मिलीग्राम Magnesium (trimagnesium dicitrate) 12 सप्ताह तक रोज लेने पर लगभग 42% माइग्रेन के अटैक की फ्रीक्वेंसी में कमी आयी है।
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/8792038/
शोध (Research) 2 के अनुसार माइग्रेन के अटैक के सभी रोगियों को Magnesium देना माइग्रेन के उपचार में बहुत लाभदायक हो सकता है।
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/22426836/
Dose - मैग्नीशियम की डोज़ 300 से 500 मिलीग्राम होती है रोजाना की डोज़ 400 मिलीग्राम होती है
मैग्नीशियम के काफी सप्लीमेंट उपलब्ध है जैसे Citrate, Glcinate, Taurate, Aspartate, Succinate, Fumarate जो आप अपने Healthcare professionalist की राय से इस्तेमाल कर सकते है, कुछ Magnesium कम मात्रा में अवशोषित होते है, जैसे मैग्नीशियम कार्बोनेट, Sulfonate, ऑक्साइड। उनका उपयोग ध्यानपूर्वक करना होता है। ज्यादा अवशोषण होने वाले Magnesium अधिक लाभदायक होते है।
Note: मैग्नीशियम को अगर आप इंजेक्शन के रूप में लेना चाहते हैं आपको हॉस्पिटल जाना होगा और ये इंजेक्शन सिर्फ डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ की निगरानी में लगाया जाता है।
भोजन के रूप में मैग्नीशियम मुख्य रूप से पालक, बादाम, कद्दू के बीज, सकरकंद, दूध इत्यादि में पाया जाता है।
आपको अगर Magnesium का उपयोग करने से दस्त की समस्या होती है तो Magnesium का उपयोग आप आयल, क्रीम और मैग्नीशियम बाथ के रूप में भी कर सकते है।
वैज्ञानिक रूप से ये प्रमाणित है की एप्सोम साल्ट Epsom Salt (मैग्नीशियम सल्फेट ) त्वचा द्वारा भी अवशोषित हो जाता है। जिसको आप बाथिंग के रूप में उपयोग ले सकते है। गर्म पानी में मैग्नीशियम सल्फेट डालकर उसका बाथ लेने पर माइग्रेन की समस्या में आराम मिलता है।
लगभग 300 ग्राम मैग्नीशियम सल्फेट को 4 लीटर गर्म पानी में उपयोग करके आप बाथ का उपयोग कर सकते है इसमें बाथ टब का उपयोग करें ध्यान रखे की कही चोट न लगी हो और आँखों से बचाकर ही उपयोग करें।
अगर आप सल्फर से एलर्जिक है, गर्भवती है, डायबिटिक हैं तो मैग्नीशियम के सल्फेट सप्लीमेंट का उपयोग न करें।